मानवाधिकार उनके होते जिनमें मानवता होती है (कविता)
मानवाधिकार उनके होते जिनमें मानवता होती है

 

 

देश की बेटियों को मिला इंसाफ


दुष्कर्म दरिंदों का हुआ पत्ता साफ


 

एनकाउंटर में मारे गए चारों बलात्कारी

ऐसी ही मौत मरना चाहिए हर दुराचारी

 

शीघ्र न्याय का पर्याय है ये एनकाउंटर

कुकर्मियों संग हो ऐसा ऐसा ही काउंटर

 

देर आए दुरूस्त आए जो हुआ अच्छा हुआ

मुल्क की बेटियों संग है सारे देश की दुआ

 

सवाल खडे करने वालों हरकत से बाज आओ

सवाल एनकाउंटर पर नहीं बलात्कार पर उठाओ

 

मानवाधिकारी वे होते जिनमें मानवता होती है

हैवानियत करने वालों की सुबह ऐसी ही होती है

 

याद रखो ईश्वर की अदालत में देर है अंधेर नहीं

सावधान कुकर्मियों! अब तुम्हारी कहीं खैर नहीं

 

ये अंत नहीं वहशी दरिंदों के न्याय की है शुरूआत

हर काली रात के बाद आती है एक सुनहरी प्रभात

 

जाग उठा अवाम अब हर फैसला शीघ्र आएगा

कानून अंधा तो जागा जमीर सबक सिखाएगा

 

- डाॅ देवेन्द्र जोशी