अन्तर्राष्ट्रीय ई कवि गोष्ठी

अंतरराष्ट्रीय महिला काव्य मंच की  प्रथम विश्व काव्य e-गोष्ठी संपन्न


डॉ देवेन्द्र जोशी की रिपोर्ट


ख्वाहिशों के पर बड़े बुलंद निकले 
माँगी थी एक पंक्ति पूरी ग़ज़ल मिल गई !


महिला काव्य मंच की सभी अंतर्राष्ट्रीय इकाइयों ने इस दो घंटे के कार्यक्रम मे भाग लिया। डिजिटल तकनीकी के प्रयोग द्वारा दूर पूर्व न्यू ज़ीलैण्ड से लेकर अमेरिका के पश्चिम तट पर स्थित सीएटल शहर की 30 महिलाओं ने एक साथ सफलतापूर्वक गोष्ठी का आनंद उठाया।


वरिष्ठ साहित्यकार  डाॅ दुर्गा सिन्हा 'उदार ' इस गोष्ठी की मुख्य अतिथि थीं। गोष्ठी सीएटल की श्रीमती विनीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में संपन्न हुई। कार्यक्रम की शुरुआत सीएटल की मशहूर अंतर्राष्ट्रीय गायिका श्रीमती दीपा बनर्जी ने सरस्वती वंदना के साथ की। परंपरा से हटकर, कार्यक्रम के प्रारम्भ में ही विशिष्ट अतिथि विख्यात कवयित्री डॉ कीर्ति काले ने अपने दो गीतों से काव्य पाठ का मनोरम उद्घाटन किया। 


" काल की कुचाल हार जाएगी 
निश्चित हम जीत जायेंगे " 


उसके बाद महफ़िल बस जमती,निखरती, महकती ही गई।
कार्यक्रम में कुल 19 कवयित्रियों ने अपनी रचनाएं सुनाईं । जिनमें डॉक्टर दुर्गा सिन्हा 'उदार ' मुख्य अतिथि,  भारत  डॉ कीर्ति काले, विशिष्ट अतिथि, भारत श्रीमती विनीता श्रीवास्तव सीएटल, यू एस एश्रीमती छन्दा गुप्ता सीएटल, यू एस ए श्रीमती मुदिता सिंह ,सीएटल, यू रस ए श्रीमती प्राची चतुर्वेदी सीएटल, यू एस ए डॉ मीरा सिंह सीएटल, यू एस ए डॉ अनीता सिंह पेनसिलवेनिया,  यू एस ए  श्रीमती श्वेता सिंह मास्को, रूस  श्रीमती स्नेहा देव दुबई,श्रीमती ललिता मिश्रा अबू ढाबी श्रीमती रूपम कुमारी यादव, नेपाल  श्रीमती नरेश कुमारी न्यूज़ीलैण्ड डॉ कमला सिंह कैलिफ़ोर्निया, यू एस ए श्रीमती वनमाला ,कैलिफ़ोर्निया, यू एस ए श्रीमती शिरीन आडवाणी कैलिफ़ोर्निया, यू एस ए श्रीमतीममता किरण बाजपेयी भारत श्रीमती इंदु निगम 
भारत श्रीमती शुभा सक्सेना भारत शामिल थी।
कार्यक्रम की समाप्ति मुख्य अतिथि डॉ दुर्गा सिन्हा जी ने अपनी खूबसूरत ग़ज़ल से की  "खूबसूरत ग़ज़ल लिख रही हूँ ।"
गोष्ठी की सभी ने तहे दिल से सराहना की। "पहला प्रयास 
विश्व को जोड़ने का सफल रहा।अब आगे के लिए भी संस्था का मार्ग प्रशस्त हो गया  है शानदार गोष्ठी का लाजवाब संचालन डॉ दुर्गा सिन्हा 'उदार ' ने तथा शानदार ,जानदार और वज़नदार कार्यक्रम के संयोजन और संचालन के लिए बहुत बहुत बधाई कई दिनों तक इसकी गूंज बनी रहेगी।  उक्त जानकारी श्रीमती ममता किरण बाजपेयी ने दी। संस्था को उम्मीद है कि इस पहल के श्रेष्ठ अनुभव की गूँज सारे विश्व में फैलेगी  और वह कविता के माध्यम से वसुधैव कुटुंब की ओर शीघ्रता से अग्रसर होंगी